अनपढ़ माँ ने बनाया बड़ा अफसर | आत्मविश्वास बढ़ाने वाली कहानी

जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर निरंतर उसकी ओर बढ़ना पड़ता है और बहुत मेहनत करनी पड़ती है। किसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी होता है। यह आत्मविश्वास अपने लक्ष्य की ओर बढ़ाएं छोटे-छोटे कदमों से बढ़ता है। आत्मविश्वास को बढ़ाने में हमारे माता-पिता और हमारे गुरु बहुत योगदान करते हैं। 

आत्मविश्वास बढ़ाने वाली कहानी
आत्मविश्वास बढ़ाने वाली कहानी

 यह  आत्मविश्वास बढ़ाने वाली कहानी है इसमें आप पढ़ेंगे की एक बच्चा जो पढ़ने लिखने में कमजोर था वह कैसे बड़ा सरकारी अफसर बन गया । 

आत्मविश्वास बढ़ाने वाली कहानी 

यह कहानी एक विद्यार्थी की है जो पढ़ने में ना बहुत अच्छा था ना बहुत बुरा था। बचपन से ही उसको आर्मी में जाने का शौक था और इसके लिए उसने काफी तैयारी की थी। पर उसकी यह मेहनत काफी नहीं थी। बहुत कोशिश के बाद भी उसका सिलेक्शन आर्मी में नहीं हुआ और उसकी उम्र आर्मी में जाने की नहीं रही। 

 अपनी असफलता से वह लड़का निराश नहीं हुआ और उसने 12वीं के बाद जहां-जहां भी नौकरी मिल सकती थी सभी जगह नौकरी तलाशने चालू कर दी। पर यहां पर भी उसको कोई सफलता हासिल नहीं हुई कई कंपनियों और सरकारी नौकरियों में असफलता पाने के बाद उस लड़के ने अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखी और बी-टेक कंप्लीट कर ली। 

 अपनी ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद लड़के ने अपने मां बाप का सपना पूरा करने के लिए फिर से सरकारी नौकरी की तैयारी करना चालू कर दिया। इस बार लड़के का सिलेक्शन एसआई के पेपर में हो गया पर फिजिक्स का परीक्षण हो रहा था तब वह दौड़ते समय गिर गया और परीक्षण से बाहर हो गया। इस बात से हताश होकर वह  वापस अपने गांव की ओर चला गया। 

 जैसे ही वह गांव में पहुंचा तो देखा उसकी मां कुएं से पानी भर रही थी। उसने अपनी मां को अपने पेपर के बारे में बताया और कहा शायद मैं किसी नौकरी में नहीं निकल पाऊंगा। यह आखिरी पेपर था जिससे मुझे उम्मीद थी और अब मुझे नहीं लगता कि मैं आगे पढ़ पाऊंगा या नौकरी कर पाऊंगा। अब मैं गांव में ही रहूंगा और जो कुछ बनेगा वह कर लूंगा। 

माँ की सीख

 मां ने मुस्कुराते हुए लड़के से कहा चलो ठीक है कोई बात नहीं अब तुम जो चाहो वह करना पर मेरा एक काम कर दो ,मां अंदर गई और एक रस्सी ले आई और सामने पड़े एक बड़े से पत्थर की ओर इशारा किया और कहा क्या तुम इस पत्थर को इस रस्सी से काट सकते हो। 

 लड़के ने मां की ओर आश्चर्य से देखा और कहा यह कैसे संभव है कभी रस्सी से भी पत्थर कटता है। मां ने कहा हां कटता है ,क्यों नहीं कटता। मैंने तो कई बार ऐसा रस्सी से पत्थर कटते देखा है। 

 मां लड़के को कुएं के पास ले गई और कुए कटे हुए पत्थर को दिखाया, जिस पर निरंतर रस्सी खींचने से वह कट गया था। मां ने लड़के से कहा देखो अगर कोई भी काम निरंतर किया जाए तो कुछ भी संभव है। जब यह रस्सी पत्थर को काट सकती है तो क्या तुम कोई परीक्षा नहीं निकाल सकते। तुम्हें बस निरंतर मेहनत करनी है। माना तुम अपनी कोशिशों में असफल रहे हो पर इसका मतलब यह नहीं कि तुम सफल नहीं हो सकते।तुम निरंतर मेहनत करो और देखो आज नहीं तो कल तुम्हें जरूर सफलता मिलेगी। 

 मां के इस उदाहरण से लड़के की सारी निराशा दूर हो गई और वह आत्मविश्वास से भर गया। उसने अपना सामान उठाया और फिर वापस शहर की ओर चल दिया। लड़के ने अपने हर विषय पर रोज मेहनत चालू कर दी। देखते-देखते दो-तीन साल गुजर गए पर उसका किसी भी परीक्षा में सिलेक्शन नहीं हुआ। लड़का जब भी मां को बताता मां कहती बेटा बस तुम लगे रहो। लड़का भी मेहनत करना नहीं छोड़ता और अगले साल लड़के का सिलेक्शन एक ऊंचे पद पर हो गया। 

 जैसे ही रिजल्ट आया और उसने अपना नाम सिलेक्शन लिस्ट में देखा तो वह जोर जोर से रोने लगा और सोचने लगा अगर उस दिन माँ मुझे निरंतर मेहनत करने के लिए प्रेरित नहीं किया होता तो आज मैं गांव में अपनी जिंदगी खराब कर देता।  ना मैं खुद कुछ बन पाता और ना अपने मां-बाप का सपना पूरा कर पाता । 

  उस लड़के की तरह हम भी किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं बस हमें निरंतर मेहनत और अपने ऊपर आत्मविश्वास होना चाहिए। बहुत बार ऐसा होता है कि जब हम एक दो बार असफल होते हैं तो हमारा आत्मविश्वास बहुत कम हो जाता है और हम अपने आपको हारा हुआ मान लेते और कोशिश करना छोड़ देते हैं ,यही हमारी सबसे बड़ी गलती होती है। जीवन में कभी भी हमें कोशिश करना नहीं छोड़ना चाहिए। जितने भी व्यक्ति इतिहास में सफल हुए हैं या जिन्होंने नाम कमाया है वह कभी एक बार में सफल नहीं हुए वह अनेकों बार असफल रहे है तब जाकर वह सफल हुए।आज भी ऐसे उदाहरण भरे पड़े हैं जिसमें लोग कई बार असफल होने के बाद ही सफल हुए। 

निष्कर्ष

अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें  नंतर मेहनत करना चाहिए और अपने आत्मविश्वास रखना चाहिए तभी हम किसी भी असंभव लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। जैसा कि आत्मविश्वास बढ़ाने वाली कहानी में एक सामान्य सा लड़का बहुत ऊंचे पद पर पहुंच गया वैसे ही हम भी किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

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