क़िस्मत का खेल
यह कहानी है इंदौर में रहने वाले एक व्यापारी की जिसका नाम प्रकाश सिंह है, भगवान की कृपा से उसके पास सब कुछ था, एक अच्छा परिवार, व्यापार ओर समाज में इज़्ज़त ।
प्रकाश गाँव का रहने वाला था लेकिन बहुत साल पहले गाँव छोड़कर शहर में बस गया था । प्रकाश ने अपनी सूझ-बूझ और मेहनत से अपना व्यापार बहुत बड़ा कर लिया था । उसका का बेटा व्यापार देखता ओर लड़की विदेश में पढ़ रही है । आप पढ़ रहे hindi motivational stories ।
hindi motivational stories -भाई का गाँव से आना
उसका भाई गाँव से बहुत दिनों के बाद उससे मिलने आ रहा था, प्रकाश के मन में गाँव की ही बातें चल रही थी । जैसे ही उसका भाई आया प्रकाश उस से एक पल के लिये भी दूर नहीं हुआ और गाँव का जितना भी उसे याद था सब कुछ पूछ लिया ।बात करते-करते कब रात हो गई पता ही नहीं चला।
प्रकाश का भाई उसके लिए आम लेकर आया था , उसने बोला यह आम अपने खेत के हैं , मैं आज सुबह इनको तोड़कर लाया था।बहुत मीठे आम है, इतने मीठे आम कहीं नहीं मिलेंगे ।
प्रकाश ने सोचा कल मंदिर जाकर पूजा करनी है यह आम कल में मंदिर में चढ़ा दूगा । घर के ही ताजे आम है । यह प्रसाद के लिए बहुत अच्छे रहेंगे ।आप को hindi motivational stories कैसी लगी हेम जरूरु बताए ।
प्रकाश का मंदिर जाना
दूसरे दिन प्रकाश को मंदिर जा रहा था तब घर के बाहर एक भिकारी आ गया । उसने प्रकाश से बोला-मुझे भूख लगी है कुछ खाने को दे दो ! प्रकाश ने अपने जेब से पैसे निकाल कर उसको देना चाहा ,पर भिकारी ने बोला मुझे तो बस खाने को चाहिए , प्रकाश बोला आभी तो मेरे पास एसा कुछ नहीं है , भिकारी बोला हाथ में जो है वो दे दो ।
प्रकाश बोला यह तो भगवान के लिए है में यह तुम्हें नहीं दे सकता । भिकारी बोला जिस की क़िस्मत में होगें उसको मिल ही जाएगे। जब तुम मुझे नहीं दे सकते तो में भगवान से ही ले लूगा और मुस्कुराते हुए चला गया । आप पढ़ रहे है hindi motivational stories ।
प्रकाश को बड़ा अजीब लगा ।कैसा भिकारी है इस जमाने में पैसों को मना कर दिया ।प्रकाश गाड़ी में बैठकर मंदिर को चला गया। मंदिर में उसने पूजा की और कुछ आम भगवान को चढ़ा दिए ।
बाक़ी आम महंत के लिए लेकर गया। मंदिर के महन्त से उसकी पुरानी दोस्ती थी ओर वह प्रकाश के एक अच्छे सलाहकार भी थे । प्रकाश को जब भी कोई समस्या होती तो वह सलाह लेने के लिए महंत के पास आया करता ।
महंत के सुझावों से प्रकाश का काम बन जाता। प्रकाश के मन में महन्त के लिए बड़ी श्रद्धा थी।महंत मंदिर के परिसर में ही रहा करते थे ,महंत ने ना शादी की थी ओर न ही कोई धन दौलत उनके पास थी। महंत ने अपना सारा जीवन भगवान की भक्ति पर ही न्योछावर कर दिया था।
जैसे ही महन्त के पास प्रकाश जाता है तो उसे पता चलता है कि महंत की तबियत ख़राब है ।प्रकाश दोपहर तक उनकी सेवा करता है और महंत को आम देकर काम पर चला जाता है।
दूसरे दिन जब प्रकाश अपनी दुकान के पास पहुँचता है तो जो देखता वह देख कर उसकी आँखे दंग रह जाती है। जो आम वह महंत को देकर आया था वो भिकारी के पास कैसे पहुँच गये ?
भिकारी को मिले आम
वहाँ खड़े भिकारी से बोलता है तुम वही हो न जो कल मेरे घर के बाहर भीक मांग रहे थे ? उस भिकारी ने प्रकाश को घूर कर देखा और बोला हाँ में वही हूँ , प्राकश ने पूछा तुम्हारे पास यह आम कहा से आये ?
भिकारी ने मुस्कुराते हुआ कहा भगवान ने भेजे है । hindi motivational stories प्रकाश ने गुस्से में कहा सच बता यह आम तेरे पास कैसे आये ? भिकारी ने फिर बोला-भगवान ने भेजे है। प्रकाश बोला अच्छा भगवान ने कैसे भेजे ? मुझे भी तो पता चले।
भिकारी बोला जब तुम अच्छे से पूछोगे तब ही बताऊँगा ।प्रकाश बोला में अच्छे से ही पूछ रहा हूँ , कल सुबह जिस आम को तुम ने मुझ से मांगा था और मैंने मना कर दिया था वो आम आख़िर तुम्हारे पास आये कैसे ?
भिकारी ने बोला यह क़िस्मत का खेल है ,मेरी क़िस्मत में यह आम थे सो मुझे मिल गये , इस से ज़्यादा में कुछ नहीं जानता ।भिकारी मुस्कुराते हुए वहाँ से चला गया । आप पढ़ रहे है hindi motivational stories ।
Hindi motivational stories – प्रकाश का परेशान होना
प्रकाश परेशान हो गया उसने सोचा ये कैसे हो सकता है ।भिकारी के पास ये आम कैसे आए ।प्रकाश ने सोचा इस बात का पता तो महंत के पास जाकर ही चलेगा । प्रकाश सीधा महंत के पास पहुँचा ओर पूछा मैंने जो आम दिये थे वो कहा है ।
महंत ने कहा डॉ ने मुझे आम खाने से मना किया था तो वो आम मैंने अपने सेवक को दे दिये थे ।महंत ने पूछा क्यों क्या हुआ ? प्रकाश ने बोला पहले मुझे आप के सेवक से बात करनी है फिर में आप को पूरी बात बाऊगा , इतना कहकर प्रकाश सेवक को देखने चला गया ।
सेवक को देखकर प्रकाश बोला कल जो आम महंत ने दिए थे वो कहा है । सेवक बोला आम तो मैंने गार्ड को दे दिये थे । उसने पूछा क्यों ? क्योकीं मेरे पास पहले से बहुत सारे आम थे और में अकेला इतने आम का क्या करता ।
महंत के सेवक को आम बहुत पसन्द थे । मंदिर में अकेला रहता था ,उसने सोचा में इन आमों का क्या करूँगा तो उसने वह आम मंदिर के गार्ड को दे दिए। प्रकाश बोला चलो मुझे गार्ड के पास ले चलो ।आप को hindi motivational stories किसी लगी ।
सेवक प्रकाश को गॉड के पास ले गया । उसने गॉड से कहा कल के आम कहा है ? गॉड प्रकाश से सवाल से डर सा गया उसने पूछा क्या हुआ साहब । प्रकाश ने बोला जितना पूछा है उतना बताओ । गार्ड बोला साहब वह आम तो मैंने घर जाते वक़्त एक भिकारी को दे दिए थे ।
प्रकाश बोला इतने अच्छे आम तुमने क्यों नहीं खाए । गार्ड बोला मुझे आम से एलर्जी है । प्रकाश बोला तो अपने बच्चों को ले जाते वो तो आम खाते होगे ना ? गार्ड बोला हाँ साहब । मेरे बच्चे को आम बहुत पसंद है पर उसकी तबियत ख़राब है और मेरे मना करने पर भी वह आम खा लेता । इसलिए में आम घर लेकर नहीं गया ।
hindi motivational stories -प्रकाश ने उस भिकारी का हुलिया गार्ड को बताया और पूछा क्या तुम ने उसे ही आम दिये थे । गॉड ने बोला हा साहब । उसे ही दिये थे ।प्रकाश ने पूरा क़िस्सा सोचा और हँसने लगा ।
प्रकाश को समझ आया क़िस्मत का खेल
गार्ड ने पूछा क्या हुआ साब । प्रकाश बोला कुछ नहीं क़िस्मत का खेल ओर महंत के पास चला गया । उसने पूरा क़िस्सा महंत को सुनाया, महंत बोले यह बात तो सच है प्रकाश क़िस्मत के आगे किसी की नहीं चलती , जिसके हिस्से में जो लिखा रहता है वह उसे मिल ही जाता है । यहीं तो क़िस्मत का खेल है । hindi motivational stories
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