Hindi Motivational Story – ग्वाले को भगवान मिल गए |

साधु बैठे रह गए ग्वाले को भगवान मिल गए

Hindi motivational story – यह कह कहनी है एक अनपढ़ गाय चराने वाले की । एक गाँव में एक ग्वाला रहता था जिसका नाम रामू था। वह रोज़ जंगल गाय लेकर जाता था, एक दिन वह जंगल में बहुत अंदर चला गया । वहाँ एक साधु ध्यान लगाये हुए एक पेड़ के नीचे बैठा थे।

जंगल में साधु का मिलना

Hindi motivational story – रामू बहुत मूर्ख था उसने साधु को डंडे से हिलाया साधु का ध्यान भंग हो गया ।उसने आँखें खोली ओर बोला कौन हो तुम? मेरा ध्यान क्यों भंग किया ? यहाँ किस लिए आए हो ।

अगर तुम कोई डाकू लुटेरे हो तो जान लो मेरे पास कुछ नहीं है तुम्हें देने को, तुम चाहो तो मेरी जान ले सकते हो । रामू बोला में तो एक ग्वाला हूँ गाय लेकर आया हूँ तुम कौन हो ? यहाँ क्या कर रहे हो ? जंगली जानवर से तुम को डर नहीं लगता ?

साधु बोला में भगवान का भक्त हूँ उनकी ही तपस्या कर रहा हूँ । रामू बोला कौन भगवान ? क्या तुमने उनको देखा है । साधु बोला मैंने देखा नहीं है पर भगवान तो वह है जिसने सब को बनाया है ।

रामू के मासूम सवाल

जिसको देखा नहीं उसकी भक्ति करने से क्या फ़ायदा । साधु बोला बोला – तुमने कभी हवा को देखा है ? पर वह है तो, बहुत सी चीजें है जो हम देख नहीं सकते पर वह होती है।जब तुम भगवान कि भक्ति पूरे मन से करोगे तो तुम्हें वो ज़रूर मिलेंगे । रामू बोला जब तुमको भगवान मिल जाए तब मुझे बता देना नहीं तो मुझे तुम पर भरोसा नहीं ।

साधु बोला ठीक है जब मुझे मिल जाएँगे तब में बता दूँगा।अब मुझे ध्यान लगाने दो। रामू बोला पर आँख बंद करके क्या दिखेगा ? भगवान को देखना है तो आँखें खोल कर तो देखो क्या पता वो तुम्हारे सामने आये ओर तुम ऑंख बंद करके बैठे रहो ।

साधु ने सोचा यह तो बहुत मूर्ख है अगर यहाँ रहा तो आज में ध्यान नहीं लगा पाऊँगा। उसने रामू से कहा जंगल में एक शेर है तुम अपनी गाय को देखो ऐसा ना हो वो गाय को खा जाए ।रामू बोला बाप रे ,में तो चला यहाँ से ओर वहाँ से गाय लेकर चला गया । साधु ने सोचा इस मूर्ख से छुटकारा मिल गया ।

दूसरा दिन

दूसरे दिन रामू फिर साधु के पास गया पर वहाँ कोई ना था । रामू ने सोचा साधु को शेर तो नहीं खा गया । अगर यह हुआ होगा तो उनकी हड्डी तो मिल ही जायेगी , उनके घर पर तो बताना होगा ।जब हड्डी या साधु के कपड़े मिलेंगे तब तो बताऊँगा ।

रामू साधु को खोजने निकल पड़ा। घूमते घूमते उसे एक पेड़ के नीचे साधु ध्यान लगाये फिर मिल गये । साधु को देखकर रामू जोर से चिल्लाया अरे तुम तो ज़िंदा हो , शेर ने तुम्हें नहीं खाया । साधु का ध्यान भंग हो गया

। उसने देखा वही कल वाला ग्वाला है । साधु बोला आज फिर, मैंने तो जगह बदल दी थीं फिर तुम को यह जगह कैसे मिली । आप पढ़ रहे है Hindi motivational story ।

रामू बोला मुझे लगा तुम को शेर खा गया है में तो तुम्हारे कपड़े खोजनें आया था। पर तुम तो ज़िंदा हो । पर तुम मुझे क्यों खोज रहे थे ? साधु ने पूछा । मुझे तो तुम से यह पूछना था क्या तुम को भगवान मिले ।

साधु का झूट बोलना

साधु ने सोचा अगर इससे बोलूँगा नहीं मिले तो फिर ये मेरा वक़्त ख़राब करेगा इस से अच्छा झूट बोल देता हूँ। साधु ने बोला हा मुझे भगवान मिले थे।कहाँ मिले थे ? रामू ने पूछा । यहीं मिले थे साधु ने बोला । जब भगवान मिल गये तो फिर क्यों यहाँ ध्यान लगाये बैठे हो । साधु बोला में उनसे फिर से मिलने के लिए बैठा हूँ ।

रामू बोला भगवान किस ओर गये है । साधु ने हाथ दिखा कर बोला उस ओर ।पर तुम मत जाना, उधर वहाँ शेर है । रामू बोला अगर शेर ने भगवान को खा लिया तो क्या होगा । रामू ने साधु के जबाब का इंतज़ार नहीं किया ओर जंगल में भगवान को देखनें निकल गया ।

साधु ने उसके पीछे समझाने गया पर रामू इतनी तेज़ जंगल की और गया की साधु को मिला ही नहीं । धीरे धीरे रात हो गई , रामू लोटकर नहीं आया । साधु चिंता में डूब गया उसको लगा मेरे एक झूट कि वजह से रामू जंगल में खो तो नहीं गया । उसे जंगल के जानवरों ने मार तो नहीं डाला होगा।

मुझे भी उसको खोजने जाना चाहिए । साधु उसी ओर चला गया जहां रामू गया था ।अंधेरा बहुत तेज़ था, साधु को कुछ दिखाई नहीं दे रहा था । उसका पेर एक लकड़ी में फसा ओर साधु गिर गया उसका सिर पत्थर में लगा और वह बेहोश हो गया ।आप को Hindi motivational story कैसी लगी हेम फीड बैक ज़रूर भेजे ।

रामू का फिर से मिलना

दूसरे दिन सुबह जब साधु की आँख खुली तो उसने देखा , रामू उसके सामने बैठा है और वह पेड़ के नीचे लेटा है और पास में बहुत सारे फल रखे है । साधु बोला मैं यहाँ कैसे आया ? ये फल कहा से आए ? तुम वापिस कैसे आ गए ।

Hindi motivational story में आगे पढ़िए क्या होता है । रामू बोला मुझे एक आदमी मिला था उसने मुझे फल दिये और बोला जाओ जिसने तुम को मेरा रास्ता बताया उसको तुम्हारी ज़रूरत है ।तो में वापिस आ गया।उसने पूछा कैसे था वो ।

रामू बोला – हाथ में मुरली , श्याम रंग और इतनी मोहक आभा थी जैसी मैंने आजतक नहीं देखी ।ख़ुद को ग्वाला बता रहा था । क्या ग्वाला ? तुम ने नाम नहीं पूछा ? मैंने तो पूछा था पर उसने बोला जो तुम को अच्छा लगे वहीं नाम रख लो ।

आप पढ़ रहे है Hindi motivational story । मेरे तो हज़ारों नाम है ।साधु को कुछ समझ नहीं आ रहा था उसने पूछा तुम्हें वह मिला कहा ? आप पढ़ रहे Hindi motivational story । रामू बोला तुम ने जिस और मुझे भेजा था में तो उसी और भगवान का नाम लेते चला गया ? रस्ते में अनेक मुश्किल आई पर में तो भगवान का नाम लेते आगे बढ़ता गया ।

चलते चलते मेरा पैर फिसला और में सीधा दलदल में धस गया । तुम बहार कैसे निकले साधु ने पूछा ? मुझे तो कुछ याद नहीं में तो भगवान के नाम में लीन हो गया था। तभी उस आदमी ने मुझे हाथ दे कर बहार निकला । Hindi motivational story तुम सच कह रहे हो ? हा में झूट कभी नहीं बोलता ।

Hindi motivational story – साधु गये भगवान से मिलने

चलो मुझे ले चलो जहाँ कल तुम गए थे। रामू के पीछे – पीछे साधु चल दिए । बहुत दूर आने पर भी रामू को वह नहीं दिखे ? साधु गुस्से में बोला तुम ने तो मेरा वक़्त ख़राब किया है यहाँ तो ऐसा कोई नहीं जैसा तुम बोल रहे थे ।

Hindi motivational story में आगे पढ़िए ।यही तो था मैंने कल ही तो देखा था । साधु ने बोला में ध्यान लगता हूँ तब तक तुम और जगह देख लो । साधु ने जैसे ही ध्यान लगाया रामू के सामने वह ग्वाला फिर सामने आ गया।

अरे तुम कहा थे ? कब से तुम को देख रहा हूँ, कही मिल ही नहीं रहे थे और कल बोल रहे थे जब मन करे तब आ जाना । रामू दौड़ कर साधु के पास पहुँचा और बोला देखो वह है मेरा दोस्त , मेरा ग्वाला । साधु ने आँखें खोली उसे कोई नहीं दिखाई दिया । कहा है बताओ ? सामने ही तो खड़ा है ।

रामू ने ग्वाले से बोलो तुम साधु को क्यों नहीं दिख रहे। ग्वाला बोला में साधु को नहीं दिखा सकता । साधु को अभी वक़्त लगेगा जब उसकी भक्ति पूरी हो जाएगी तब उसे दर्शन मिलेंगे । अगर तुम साधु को नहीं दिखोगे तो में तुम से बात नहीं करूगाँ कहकर रामू ग़ुस्सा हो गया ।

रामू के ज़िद के आगे ग्वाले ने साधु को दर्शन दिये । साधु ने दण्डवत् लेट कर ग्वाले के पैर पर माथा रखा लिया और बोला भगवान आप ने इतना वक़्त लगा दिया मुझ को दर्शन देने में , धन्य हो गया आप को देखकर । साधु ग्वाले से बोला अरे मूर्ख ये भगवान है जिनको को तुम साधारण ग्वाला समझ रहा है ।रामू नतमस्तक होकर भगवान को देखने लगा ।

साधु ने भगवान से पूछा ? मैंने आप कि इतनी पूजा की, आप के ध्यान में कितने दिनों तक बैठा रहा , घर संसार छोड़ा और आप ने दर्शन इस ग्वाले को दिये , ऐसा क्यों ? भगवान ने कहा – तुम ने मेरी भक्ति की पर झूट बोलना नहीं छोड़ा, तुम्हारे झूट से रामू की जान भी जा सकती थी ।

आप को Hindi motivational story कैसी लगी हमे जरूरु बताये । इसलिए मैंने तुम को दर्शन नहीं दिए । फिर आप ने रामू को क्यों दर्शन दिये ? रामू में छल कपट , झूट – मोह माया , कुछ भी नहीं है और जिस भाओ से उसने मेरा जाप किया मुझ से रहा ना गया ।

शिक्षा – भगवान हमेशा भक्त का भाव देखते है। साधु ने रामू को मूर्ख समझ कर ग़लत रास्ता बताया पर रामू ने अपनी सच्ची भक्ति से ग़लत रास्ते पर भी भगवान को खोज लिया ।Hindi motivational story

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