Chatur Kisan Ki Kahani
दोस्तों आज आपके लिए Chatur Kisan Ki Kahani लेकर आए है ,आपको यह कहानी कैसी लगती है आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद
Chatur Kisan Ki Kahani
बहुत समय पहले की बात है , एक बार राजा अपने सिपाहियों के साथ किसी दूसरे राज्य की ओर जा रहा था। रास्ते में घने जंगल के कारण राजा और उनके सिपाही अपना मार्ग भटक गए। कुछ दिन जंगल में भटकने के बाद राजा और उनके सिपाही एक गांव पहुंच गए। सिपाहियों का खाना खत्म हो गया था। राजा ने अपने मंत्री से कहा जाओ गांव में जिसका खेत सबसे बड़ा है उसकी सारी फसल काट लाओ।
मंत्री ऐसा ही करता है राजा का आदेश पाकर मंत्री गांव की ओर निकल जाता है। खेतों के आसपास मंत्री को कोई नहीं दिखता , इधर उधर भटकने पर एक किसान मंत्री को मिल जाता है।
मंत्री उस किसान से पूछता है यहां का सबसे बड़ा खेत कौन सा है। किसान उसको एक खेत की ओर ले जाता है , थोड़ी आगे चलने के बाद किसान उसको बताता है यह हमारे गांव का सबसे बड़ा खेत है। मंत्री उससे पूछता है गांव में लोग क्यों नहीं दिखाई देते हैं। chatur kisan ki kahani
किसान बोलता है पास में ही हमारे कुलदेवता का एक मंदिर है जहां प्रतिवर्ष पूजा होती है ,सारा गांव वही गाया है । मैं भी वहीं से आ रहा हूं मुझे खेत पर कुछ काम था इसलिए मैं थोड़ा जल्दी आ गया।
मंत्री अपने सिपाहियों के साथ खेत की फसल काटने लगते है। यह देखकर किसान मंत्री से बोलता है आखिर आप लोग क्या कर रहे हो , सिपाही बोलता है हमको सबसे बड़े खेत की फसल काटने का आदेश मिला है।
किसान बोलता है मुझे क्षमा कीजिए मुझसे गलती हो गई , इससे भी बड़ा एक खेत है हमारे गांव में , मंत्री और सिपाही किसान के साथ उसके पीछे पीछे चल देते हैं। बहुत आगे जाने के बाद एक खेत दिखाई देता है जिसकी फसल इतनी अच्छी नहीं होती और ना ही इतना बड़ा खेत होता है जहां से चलकर आए थे।
मंत्री गुस्से में किसान से बोलता है यह तो उससे छोटा खेत है न इसकी इतनी अच्छी है तुम बेकार ही हमें यहां ले आए हो। किसान बोलता है मालिक रहिम , कीजिए।
बड़ी मेहनत से फसल होती है अगर आप ऐसे ही फसल काट लेंगे तो खेत का मालिक और उसके बच्चे क्या खाएंगे। कितने दिनों के इंतजार के बाद फसल काटने का मौका मिलता है।
मंत्री गुस्से से बोलता है तो क्या तुम जिस खेत पर लाए हो उस किसान के बच्चे और उस किसान को दिक्कत नहीं होगी। किसान बड़ी विनम्रता से कहता है मालिक अगर उस किसान को कोई दिक्कत होती तो वह आपको अपने खेत में आप को लेकर क्यों आता ? क्या यह खेत तुम्हारा है ?
जी हजूर यह खेत मेरा है उससे छोटा है पर मेरा है। आप इसकी सारी फसल काट लीजिए मुझे कोई आपत्ति नहीं है पर जिस खेत पर में आपको ले गया था वह मेरा खेत नहीं था।
मुझे पहले पता नहीं था कि आप किस उद्देश्य खेत के बारे में पूछ रहे। जब मुझे यह ज्ञात हुआ कि आपको फसल काटना है तो मैं अपने खेत पर ले आया क्योंकि मैं स्वयं इसका मालिक हूं और इस खेत की फसल पर मेरा पूरा अधिकार है इसलिए मैं आप को यहाँ लेकर आया।
मंत्री किसान की बात सुनकर बड़ा प्रसन्न हुआ वह अपने सिपाहियों को लेकर वापस चला गया और राजा को सारा किस्सा सुनाया। राजा ने उस किसान को अपने पास बुलाया और उसकी पीठ थपथपाई।
राजा ने उसको खुश होकर इनाम में सोने के सिक्को से भरी एक थैली दी और किसान की फसल का उचित दाम दिया। इस प्रकार से किसान की ईमानदारी और चतुराई के चलते किसान को अपनी फसल का अच्छा दाम भी मिला और उसको इनाम में सोने के सिक्के भी मिल गए।
शिक्षा –
इस कहानी से हमको यह शिक्षा मिलती है की हमें अपने स्वार्थ को दूर रखकर दूसरों के बारे में सोचना चाहिए। अगर वह किसान चाहता तो उस खेत की फसल को काटने देता पर उसने उस किसान के बारे में सोचो और वह मंत्री को अपने खेत ले गया जिस वजह से उसको फसल का दाम और इनाम मिला।
दोस्तों Chatur Kisan Ki Kahani hindi poetry short ऑथर के द्वारा लिखी गई है , आपको Chatur Kisan Ki Kahani कैसी लगी हमें कमेंट करके जरुरु बताएं। धन्यवाद
also read –
- ज्ञान देने वाली कहानी
- मजेदार कहानियां
- बुद्धिमानी की कहानी
- राजा का घमंड
- बच्चों की शिक्षाप्रद कहानियां
- सपनों को पूरा करने की कला