नमस्कार दोस्तों आज हम बच्चों के लिए कुछ स्पेशल कहानियां लेकर आए हैं। यह कहानियां हमारी नई श्रृंखला बच्चों की नई कहानियां में से ली गई है। इन कहानियों को पढ़कर और सुनकर बच्चों को बहुत आनंद आने वाला है।
Bacchon Ki Nai kahani – सुन्दर नगरी
प्राचीन काल की बात है मध्य भारत में एक सुंदर नगरी हुआ करती थी। इस सुंदर नगरी में सभी लोग बहुत ज्यादा सुंदर थे इसलिए इस नगरी का नाम सुंदर नगरी पड़ गया। सुंदर नगरी को देखकर सबको यह आश्चर्य होता आखिर पूरे नगर में सारे लोग सुंदर कैसे हो सकते हैं।
सुंदर नगरी की महिमा को सुनकर एक दिन एक व्यक्ति जिसका नाम कालीचरण था। वह सुंदर नगरी देखने के लिए गया। कालीचरण का रंग सांवला था और कालीचरण देखने में कुरूप था।
जैसे ही कालीचरण सुंदर नगरी में पहुंचा तो उसको देखकर सारे राज्य में हड़कंप मच गया। किसी ने भी सांवले रंग का व्यक्ति सुंदर नगर में नहीं देखा था। सुंदर नगर के सिपाही कालीचरण को पकड़कर राजा के दरबार में ले गए और उसको देखकर राजा जोर जोर से हंसने लगा।
राजा ने घमंड के स्वर में कहा – अब से तुम मेरे दरबार में रहोगे और काले तिल का कार्य करोगे, जिससे मेरे राज्य को किसी की नजर नहीं लगेगी। महाराज की यह बात सुनकर कालीचरण ने कहा – महाराज ने यहां काले तिल की तरह रह तो लूंगा पर यहां तो सभी के दिल काले हैं। मुझे यहां रखकर आपको कोई फायदा नहीं होगा।
कालीचरण की यह बात सुनकर राजा गुस्से से लाल हो गए और बोले तुम्हारा मतलब क्या है ? आखिर तुम क्या कहना चाहते हो ?
कालीचरण ने विनम्रता से कहा – महाराज मैं बहुत दूर से आपके राज्य की सुंदरता के बारे में सुनकर आया था। पर यहां आकर पता लगा यहां के सभी लोग भगवान की दी हुई सुंदरता पर बेवजह ही घमंड करते हैं ,ना किसी को अतिथि का आदर करना आता है ना ही किसी को शालीनता आती है।
ऐसी सुंदरता किस काम की आखिर।
कालीचरण की बात सुनकर राजा को अपनी गलती का एहसास हो गया और फिर किसी ने अपनी सुंदरता पर घमंड नहीं किया।
शिक्षा – आप कितने ही सुंदर हो पर अगर आप में गुण नहीं है तो आपकी सुंदरता किसी काम की नहीं है।
Bacchon ki Kahani – अनोखा उपहार
दोस्तों यह कहानी प्राचीन काल की है। एक बहुत बड़े राज्य का राजा जिसके पास सब कुछ था। उसने अपने मंत्रियों से कहा मुझे एक उपहार बनाकर दो जिसको देखकर मैं बहुत ज्यादा प्रसन्न हो जाऊँ और दुख भी ?
पूरे दरबार में आश्चर्य की लहर दौड़ गई किसी को समझ में नहीं आ रहा था आखिर ऐसा कैसे हो सकता है कि , उपहार को देखकर खुशी भी हो और दुख भी हो। आखिर ऐसा क्या उपहार हो सकता है।
राजा के महामंत्री ने सभी दरबारियों से कहा तुम लोग चिंता मत करो मुझे मालूम है राजा को क्या उपहार देना है।
महामंत्री ने राजा के लिए एक बहुत सुंदर अंगूठी बनवाई और राजा को दे दी।
राजा ने वह अंगूठी देखी और बहुत प्रसन्न हो गए और थोड़ी ही देर में वह निराश भी हो गए।
सभी लोग यह देखकर चकित थे आखिर ऐसा क्या था अंगूठी में कि राजा खुश भी हुए और निराश भी हो गए।
महामंत्री ने उस अंगूठी में यह लिख दिया कि यह आज तुम्हारी है कल किसी और की होगी।
शिक्षा – जो आज हमारा है कल वह किसी और का होगा। हम हमेशा जीवित नहीं रहते।
बच्चों की नई कहानियां – अनोखा इश्तहार
एक बार की बात है एक व्यक्ति का सबसे प्यारा घोड़ा चोरी हो गया। उसको समझ नहीं आ रहा था कि उसको क्या करना है।उसने सारे गांव में जगह-जगह यह लिखवा दिया कि जिसको भी मेरा घोड़ा मिलेगा मैं उसको वही घोड़ा इनाम में दे दूंगा। जो भी यह पड़ता वह हंसी से लोटपोट हो जाता। सबको लगता उस व्यक्ति का दिमाग खराब हो गया है।
गांव के सभी लोगो ने उस व्यक्ति का मजाक उड़ाने के लिए पंचायत बुलाई और उससे कहा आखिर तुमने ऐसा क्यों लिखवाया ? अगर तुमको वह घोड़ा दान में ही देना है तो फिर कोई तुम्हारे पास घोड़ा लेकर क्यों आएगा।
उस व्यक्ति ने बड़ी नम्रता से कहा – जब हमारी खोई हुई वस्तु हमें मिल जाती है तो हमें सबसे ज्यादा खुशी होती है और जब हम अपनी सबसे कीमती चीज किसी को उपहार में देते हैं तो हमें गर्व होता है। इसलिए मैंने ऐसा लिखवाया।
उस व्यक्ति का उत्तर सुनकर सारी सभा शर्मिंदा हो गई जिसको वह मूर्ख समझ रहे थे वह बहुत बड़ा ज्ञानी निकला।
शिक्षा – खोई हुई चीज मिलने पर हमें बहुत खुशी होती है और अपनी प्यारी चीज दान देने पर हमें गर्व होता है।
बच्चों की नई कहानियां – राजा की परीक्षा
एक बार की बात है एक राजा ने मार्ग पर कुछ पत्थर बीचो-बीच डलवा दिए और खुद पेड़ के पीछे छुपकर यह देखने लगे कि इन पत्थरों को कौन हटाता है। पर राजा को यह देख कर बड़ी निराशा हुई की बहुत सारे युवा , पहलवान लोग उन पत्थरों को हटाने की वजह दूसरे रास्ते से निकल गए। ना उन्होंने खुद पत्थर हटाने की कोशिश और ना किसी से पत्थर के बारे में शिकायत की।
बहुत देर तक राजा छुप-छुपकर यह देखते रहे कि कोई आकर वह पत्थर हटाएगा तभी एक व्यक्ति आया जिसके सर पर चारे का बहुत बड़ा बोझा था। उसने अपना बोझ रखकर रास्ते से एक एक पत्थर को अलग कर दिया और जब आखरी पत्थर उसने उठाया तो देखा उसके नीचे बहुत सारी सोने की मोहर रखी हुई है।
उस व्यक्ति ने उन मोहरों को छोड़कर अपना बोझा फिर उठा लिया और चलने लगा। यह देखकर राजा ने उसको आवाज लगाई और समझाया कि यह इनाम उन्होंने रखा है। यह पत्थर भी परीक्षा के रूप में राजा ने ही मार्ग में डलवाए थे।
शिक्षा – हमको सब के बारे में सोच कर जनकल्याण के कार्यों भी करना चाहिए सिर्फ स्वयं के बारे में नहीं सोचना चाहिए।
बच्चों की नई कहानियां का उद्देश्य बच्चों के मोरल विकास और मनोरंजन का है। इन कहानियों ( Bacchon Ki Nai kahani – बच्चों की नई कहानियां ) को बच्चों के हिसाब से लिखा गया है। कहानियां एक ऐसा माध्यम होती है जिससे बच्चों को ज्ञान आसानी से प्राप्त हो जाता है।
दोस्तों आपको बच्चों की नई कहानियां कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताएं। आपके कमेंट से हमें कहानियां लिखने की प्रेरणा मिलती है। धन्यवाद
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