Best Love Poetry 

एक शख्स है जो मेरे सपने सजा देता है। जिंदा रहने की मेरी उम्मीद जगा देता है। कौन है वह मेरा नहीं जानता हूं मगर । जब भी मिलता है मुझे दिल से लगा लेता है ।

बंद आंखों से मैंने हर एक मंजर देखा है । प्यासा रहा मैं बहुत पर मैंने समुंदर देखा है । मत दिखाओ मुझे तमाशे जमाने के । मैंने बरसात में भी जंगल , बंजर देखा है ।

वह अपने अंदाज में मुझसे मोहब्बत चाहती है। मेरे सपनों में भी अपनी मनमानी चाहती है । मेरी हर सांस पर वह हक अपना चाहती है । वह तो बस मोहब्बत में मेरी जवानी चाहती है ।

रात भर रोती रही मेरी आंखें। तुम को याद करती रही मेरी आंखें। अब मेरे आंसुओं की क्या कीमत लगाओगे । तुम तो कहते थे  मोती से सुंदर है मेरी आंखें ।

तुम बस मेरे सामने आया करो । मुझे प्यार ना  करो पर मुस्कुराया करो । मत रहो मेरे साथ तुम मगर ये दोस्त । इस तरह शहर छोड़ मत जाया करो ।

मेरे पास तुम हो ,मेरे साथ तुम हो । यहां सब कुछ बस नाम का ही है । मेरे दुखों, में तुम मेरी खुशी में तुम । मेरी हर एक सांस में तुम  बस तुम हो ।

पहली बार जब देखा था तुमको । हुआ नहीं था यकीन हमको । इतना सुंदर भी कोई होता है। बस यही सवाल चल रहा था मन में। पहली बार जब देखा था तुमको ।